शनिवार, 8 फ़रवरी 2014

क्या करोगे अब ?

सावधान,  पक्षियों  !
बहेलिया  घूम  रहा  है
वन-प्रांतर  के  कोने-कोने  में
जाल  फैलाता
सब  पक्षियों  को
उनके  मनपसंद
दाने  डाल  कर  लुभाता  हुआ …

बहेलिए   की  मानसिक  प्रवृत्ति
तुम  से  बेहतर
और  कौन  जान  सकता  है  भला  ?

सारे  पशु-पक्षियों  को  भी
चेता  दो  ज़रा
कि  सारी  वन्य-प्रजातियां
सचमुच
बहुत  बड़े  संकट  में  हैं

केवल  एक  ही  अवसर  तो
चाहिए  होता  है
बहेलिए  को
वन  को  प्राणी-विहीन  बनाने  की
प्रक्रिया  शुरू  करने  के  लिए  !

बात  केवल  वन्य-प्राणियों  की
नहीं  है
इस  बार  दांव  पर  है
वन  का  सारे  का  सारा  पर्यावरण
पेड़-पौधे,  ज़मीन  और  जल
खनिज  और  शीतल  समीर  तक  …

बहेलिए  को  अवसर  मत  दो
बहेलिए  और  उसके  संगी-साथी
व्यापारियों  को …

क्या  करोगे  अब
बहेलिए  को  मार्ग  दोगे
वन  पर  राज  करने  का  ?

                                                ( 2014 )

                                         -सुरेश  स्वप्निल



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