मैं अमीर हूं
क्योंकि मैं सौ रुपये प्रतिदिन कमाता हूं
मैं अमीर हूं
क्योंकि मेरे प्रधानमंत्री कहते हैं
सौ रुपये प्रतिदिन में
क्या-क्या करता हूं
मेरे घर में तीन मोबाइल फ़ोन हैं
उन्हें रिचार्ज कराना
घर में फ़्रिज है, टी. वी. है, कंप्यूटर है
पंखा है, तीन बल्ब हैं
उन सबका बिजली का बिल जमा करना
बेटी निजी स्कूल में पढ़ती है
उसकी पढ़ाई और बस की फ़ीस चुकाना
सौ रुपये प्रति लीटर का
खाने का तेल
तीन सौ रुपये प्रति किलो की
चाय की पत्ती
पचास रुपये प्रति लीटर का दूध ….
आपको आश्चर्य हो रहा है न !
इतना सब करने के बाद
हम तीन प्राणी खाना भी खाते हैं
दोनों समय
मकान का किराया देते हैं
दो फ़िल्में भी देखते हैं
तीज-त्यौहार पर नए कपड़े बनवाते हैं
मेहमानों की आव-भगत भी करते हैं …
मैं यह सब करता हूं
सौ रुपये प्रतिदिन की कमाई में
क्योंकि मैं अमीर हूं !
झूठ बोल रहे हैं प्रधानमंत्री
या झूठ बोल रहा है सारा देश !
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल
क्योंकि मैं सौ रुपये प्रतिदिन कमाता हूं
मैं अमीर हूं
क्योंकि मेरे प्रधानमंत्री कहते हैं
सौ रुपये प्रतिदिन में
क्या-क्या करता हूं
मेरे घर में तीन मोबाइल फ़ोन हैं
उन्हें रिचार्ज कराना
घर में फ़्रिज है, टी. वी. है, कंप्यूटर है
पंखा है, तीन बल्ब हैं
उन सबका बिजली का बिल जमा करना
बेटी निजी स्कूल में पढ़ती है
उसकी पढ़ाई और बस की फ़ीस चुकाना
सौ रुपये प्रति लीटर का
खाने का तेल
तीन सौ रुपये प्रति किलो की
चाय की पत्ती
पचास रुपये प्रति लीटर का दूध ….
आपको आश्चर्य हो रहा है न !
इतना सब करने के बाद
हम तीन प्राणी खाना भी खाते हैं
दोनों समय
मकान का किराया देते हैं
दो फ़िल्में भी देखते हैं
तीज-त्यौहार पर नए कपड़े बनवाते हैं
मेहमानों की आव-भगत भी करते हैं …
मैं यह सब करता हूं
सौ रुपये प्रतिदिन की कमाई में
क्योंकि मैं अमीर हूं !
झूठ बोल रहे हैं प्रधानमंत्री
या झूठ बोल रहा है सारा देश !
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल