सभ्यता
और शिष्टाचार के विपरीत
कहना पड़ सकता है
बहुत-कुछ
आज मुझे
कुछ अ-सांस्कृतिक
और अ-श्लील शब्द
संभवतः, उधार लेकर
अपने शत्रुओं की भाषा से
शस्त्र भी उठाने पड़ सकते हैं
शायद ...
हिंस्र पशुओं के समक्ष
शब्द असफल हो जाते हैं
अक्सर
शास्त्र या शस्त्र
चुनाव तो करना ही होगा
अब !
(2014)
-सुरेश स्वप्निल
...
और शिष्टाचार के विपरीत
कहना पड़ सकता है
बहुत-कुछ
आज मुझे
कुछ अ-सांस्कृतिक
और अ-श्लील शब्द
संभवतः, उधार लेकर
अपने शत्रुओं की भाषा से
शस्त्र भी उठाने पड़ सकते हैं
शायद ...
हिंस्र पशुओं के समक्ष
शब्द असफल हो जाते हैं
अक्सर
शास्त्र या शस्त्र
चुनाव तो करना ही होगा
अब !
(2014)
-सुरेश स्वप्निल
...