ख़ूनी सरमायादारों का
पूंजी के ताबेदारों का
सारे कुत्सित व्यापारों का
बिके हुए अख़बारों का
जो मारा है
वह गणतंत्र हमारा है !
नेताओं की लूटमार से
सरकारों के जन-संहार से
जाति-धर्म के कार-बार से
मंहगाई की तेज़ धार से
बार-बार जो हारा है
वह गणतंत्र हमारा है !
अमरीकी घुड़की के आगे
घुटनों के बल खड़ा हुआ है
विश्व-बैंक के दरवाज़े पर
औंधे मुंह जो पड़ा हुआ है
वॉलमार्ट से मोनसैंटो
सबका एक सहारा है
वह गणतंत्र हमारा है !
( 2014 )
-सुरेश स्वप्निल
…
पूंजी के ताबेदारों का
सारे कुत्सित व्यापारों का
बिके हुए अख़बारों का
जो मारा है
वह गणतंत्र हमारा है !
नेताओं की लूटमार से
सरकारों के जन-संहार से
जाति-धर्म के कार-बार से
मंहगाई की तेज़ धार से
बार-बार जो हारा है
वह गणतंत्र हमारा है !
अमरीकी घुड़की के आगे
घुटनों के बल खड़ा हुआ है
विश्व-बैंक के दरवाज़े पर
औंधे मुंह जो पड़ा हुआ है
वॉलमार्ट से मोनसैंटो
सबका एक सहारा है
वह गणतंत्र हमारा है !
( 2014 )
-सुरेश स्वप्निल
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