स्पष्ट बताइए
एक भी शब्द व्यर्थ किए बिना
कि यह खेल है
या युद्ध....
नियम तय करना
और उनका पालन करना
आवश्यक है
दोनों पक्षों के लिए
कहीं कोई छूट नहीं
न राहत
किसी भी वास्तविक या काल्पनिक
कारण के लिए
आप हमें मूर्ख समझते हैं
कि हम आपके कहे अनुसार
अपनी रणनीति बनाएं ?!
आपने ही की थी अभ्यर्थना
'युद्धं देहि !'
अब
हाथ क्यों कांप रहे हैं आपके
प्रत्यंचा चढ़ाते ?
चलिए, क्षमा किया आपको
अगली बार तय करके आइए
रणभूमि में
अच्छी तरह से
अपने गुरुजन से परामर्श करके !
(2011)
-सुरेश स्वप्निल
.
एक भी शब्द व्यर्थ किए बिना
कि यह खेल है
या युद्ध....
नियम तय करना
और उनका पालन करना
आवश्यक है
दोनों पक्षों के लिए
कहीं कोई छूट नहीं
न राहत
किसी भी वास्तविक या काल्पनिक
कारण के लिए
आप हमें मूर्ख समझते हैं
कि हम आपके कहे अनुसार
अपनी रणनीति बनाएं ?!
आपने ही की थी अभ्यर्थना
'युद्धं देहि !'
अब
हाथ क्यों कांप रहे हैं आपके
प्रत्यंचा चढ़ाते ?
चलिए, क्षमा किया आपको
अगली बार तय करके आइए
रणभूमि में
अच्छी तरह से
अपने गुरुजन से परामर्श करके !
(2011)
-सुरेश स्वप्निल
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