तलवार कह रही है
मुझे ख़ून चाहिए ...
जब तक तलवार का होना ही
अपने-आप में
पर्याप्त कारण है
तानाशाहों के जन्म का
और मनुष्यता के अवसान का !
शायद ही कोई अन्य आविष्कार हो
मनुष्य-जाति का
जो इतना बड़ा शत्रु हो
स्वयं अपने ही जन्म-दाता का !
तानाशाह चाहता है
अपनी भोथरी तलवार के दम पर
सिकंदर बन जाना
यह जानते हुए भी
कि अब
देवी-देवता भी ए.के. 56 रखते हैं
अपने हाथ में !
लेकिन तलवार की प्यास
बुझती नहीं
इतनी सरलता से
चाहे किसी सैनिक के हाथ में हो
या तानाशाह के...
यदि युद्धोन्माद पूरा नहीं हुआ
तानाशाह का
तो स्वयं उसी के प्राण भी
मांग सकती है
तलवार....
आख़िर और कहां मिलेगा
56 इंच का सीना तलवार को
अपनी प्यास बुझाने को ?!!!
( 2014 )
-सुरेश स्वप्निल
...
मुझे ख़ून चाहिए ...
जब तक तलवार का होना ही
अपने-आप में
पर्याप्त कारण है
तानाशाहों के जन्म का
और मनुष्यता के अवसान का !
शायद ही कोई अन्य आविष्कार हो
मनुष्य-जाति का
जो इतना बड़ा शत्रु हो
स्वयं अपने ही जन्म-दाता का !
तानाशाह चाहता है
अपनी भोथरी तलवार के दम पर
सिकंदर बन जाना
यह जानते हुए भी
कि अब
देवी-देवता भी ए.के. 56 रखते हैं
अपने हाथ में !
लेकिन तलवार की प्यास
बुझती नहीं
इतनी सरलता से
चाहे किसी सैनिक के हाथ में हो
या तानाशाह के...
यदि युद्धोन्माद पूरा नहीं हुआ
तानाशाह का
तो स्वयं उसी के प्राण भी
मांग सकती है
तलवार....
आख़िर और कहां मिलेगा
56 इंच का सीना तलवार को
अपनी प्यास बुझाने को ?!!!
( 2014 )
-सुरेश स्वप्निल
...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें