व्हाइट हाउस में घुस आए हैं अचानक
सैकड़ों प्रेत !
विश्वास नहीं होता न ?
संसार के सबसे अधिक उन्नत देश के
सबसे सुरक्षित स्थान पर
रहने वाले
ओझाओं को निमंत्रण देने लगें
और अपने द्रोन-जैसे सर्वनाशी हथियार भूल जाएं
धरी की धरी रह जाए एफ़ . बी .आई .
और सी .आई .ए .
हाथ-पांव फूल जाएं फ़ेडरल सेनाओं के
'शत्रु' का नाम सुन कर ही कांपने लगें
बहादुरी की मिसाल माने जाने वाले सैनिक ...
कोई विश्वास करे या न करे
क्या फ़र्क़ पड़ता है ?
हिरोशिमा से काबुल तक
एक करोड़ निर्दोष, असमय मारे गए
मनुष्यों की व्याकुल आत्माएं
कभी न कभी तो पहुंचनी ही थीं यहां तक !
जो यह मानते हैं
कि पैसे से सब कुछ ख़रीदा जा सकता है
वे आगे आएं
और मुक्ति दिलाएं व्हाइट हाउस को
भूत-प्रेतों से
चाहे अरबों डॉलर्स क्यूं न ख़र्च हो जाएं !
आख़िर संसार के सबसे शक्तिशाली,
वैज्ञानिक रूप से सर्वोन्नत
आर्थिक और सैनिक महाशक्ति माने जाने वाले देश के
प्रथम नागरिक की सुरक्षा
और सबसे बढ़ कर
छवि का प्रश्न है !
जो लोग भारत-जैसे सुसंस्कृत देश का
ईमान ख़रीद सकते हैं
वे चार-छह देशों के आवारा भूत-प्रेत
नहीं ख़रीद सकते भला ?
ठहाका लगा कर हंस रहे हैं
व्हाइट हाउस के प्रेत
थर-थर कांप रहा है
संसार का सबसे शक्तिशाली मनुष्य !
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल
सैकड़ों प्रेत !
विश्वास नहीं होता न ?
संसार के सबसे अधिक उन्नत देश के
सबसे सुरक्षित स्थान पर
रहने वाले
ओझाओं को निमंत्रण देने लगें
और अपने द्रोन-जैसे सर्वनाशी हथियार भूल जाएं
धरी की धरी रह जाए एफ़ . बी .आई .
और सी .आई .ए .
हाथ-पांव फूल जाएं फ़ेडरल सेनाओं के
'शत्रु' का नाम सुन कर ही कांपने लगें
बहादुरी की मिसाल माने जाने वाले सैनिक ...
कोई विश्वास करे या न करे
क्या फ़र्क़ पड़ता है ?
हिरोशिमा से काबुल तक
एक करोड़ निर्दोष, असमय मारे गए
मनुष्यों की व्याकुल आत्माएं
कभी न कभी तो पहुंचनी ही थीं यहां तक !
जो यह मानते हैं
कि पैसे से सब कुछ ख़रीदा जा सकता है
वे आगे आएं
और मुक्ति दिलाएं व्हाइट हाउस को
भूत-प्रेतों से
चाहे अरबों डॉलर्स क्यूं न ख़र्च हो जाएं !
आख़िर संसार के सबसे शक्तिशाली,
वैज्ञानिक रूप से सर्वोन्नत
आर्थिक और सैनिक महाशक्ति माने जाने वाले देश के
प्रथम नागरिक की सुरक्षा
और सबसे बढ़ कर
छवि का प्रश्न है !
जो लोग भारत-जैसे सुसंस्कृत देश का
ईमान ख़रीद सकते हैं
वे चार-छह देशों के आवारा भूत-प्रेत
नहीं ख़रीद सकते भला ?
ठहाका लगा कर हंस रहे हैं
व्हाइट हाउस के प्रेत
थर-थर कांप रहा है
संसार का सबसे शक्तिशाली मनुष्य !
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल
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