कबीर जयंती : कुछ दोहे
'साहिब हम बौरा भले लुटिबे को तैयार
जा ऊपर बिपदा बड़ी बांधि लेहु घर-बार ।
'साहिब हम बौरा भले लुटिबे को तैयार
जा ऊपर बिपदा बड़ी बांधि लेहु घर-बार ।
कौनो देव न जानि हम जो पूजै संसार
सदगुरु हमरे दाहिने करिहै बेड़ा पार ।
जुलुम न कीजे काहु पर जो मानुस तन पाए
हाय निकस पावक बनहि राजपाट बरि जाए ।'
(2016)
-सुरेश स्वप्निल
सदगुरु हमरे दाहिने करिहै बेड़ा पार ।
जुलुम न कीजे काहु पर जो मानुस तन पाए
हाय निकस पावक बनहि राजपाट बरि जाए ।'
(2016)
-सुरेश स्वप्निल