। तीन।
गिद्ध लौट आए हैं
इस सूचना और आशा पर
कि फिर एक बार
कोई रक्त-पिपासु, कोई नर-पिशाच
उतर आया है
भारत की महान युद्ध-प्रेमी धरा पर
फिर दोहराया जाए संभवतः
कोई कलिंग, कोई कुरुक्षेत्र …
आपका क्या विचार है ?
जीतेगी मनुष्यता
या जीतेंगे नर-पिशाच ???
युद्ध बहुत कठिन है इस बार
मनुष्यता के लिए
जीत और हार दोनों ही स्थितियों में
मानेंगे नहीं नर-पिशाच
संभव है, युद्ध के पूर्व ही
गिरने लगें शव
निर्दोष मनुष्यों के …
मनुष्यता विजयी हो तो भी
हार की खीझ भी पर्याप्त है
पृथ्वी को रक्त-रंजित करने के लिए
और यदि हार गए मनुष्य
नर-पिशाच की सेनाओं से…
कहते हैं, गिद्ध बहुत पहले ही जान लेते हैं
आगामी रक्त-पात का समय…
हां, गिद्ध लौट आए हैं फिर एक बार
अभूतपूर्व रक्त-पात की संभावनाओं के मद्दे-नज़र ....
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल
..
गिद्ध लौट आए हैं
इस सूचना और आशा पर
कि फिर एक बार
कोई रक्त-पिपासु, कोई नर-पिशाच
उतर आया है
भारत की महान युद्ध-प्रेमी धरा पर
फिर दोहराया जाए संभवतः
कोई कलिंग, कोई कुरुक्षेत्र …
आपका क्या विचार है ?
जीतेगी मनुष्यता
या जीतेंगे नर-पिशाच ???
युद्ध बहुत कठिन है इस बार
मनुष्यता के लिए
जीत और हार दोनों ही स्थितियों में
मानेंगे नहीं नर-पिशाच
संभव है, युद्ध के पूर्व ही
गिरने लगें शव
निर्दोष मनुष्यों के …
मनुष्यता विजयी हो तो भी
हार की खीझ भी पर्याप्त है
पृथ्वी को रक्त-रंजित करने के लिए
और यदि हार गए मनुष्य
नर-पिशाच की सेनाओं से…
कहते हैं, गिद्ध बहुत पहले ही जान लेते हैं
आगामी रक्त-पात का समय…
हां, गिद्ध लौट आए हैं फिर एक बार
अभूतपूर्व रक्त-पात की संभावनाओं के मद्दे-नज़र ....
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल
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1 टिप्पणी:
मित्र! आज 'क्रिसमस-दिवस' पर शुभ कामनाएं,! सब को सेंटा क्लाज सी उदारता दे और ईसा मसीह सी 'प्रेम-शक्ति'!
व्यंग्य की गहराई सराहनीय है|मानवता का ह्रास सचमुच चिन्ता का विषय है !!
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