क्या कोई बता सकता है
कि बंदूक़ से निकली गोली
किसकी जान लेगी
खेत में छुपा हुआ सांप
किसको डसेगा
खूंटे से छूटा हुआ पागल सांड़
किसको रौंदेगा
रैबीज़ से परेशान
आवारा पागल कुत्ता
किसको काटेगा
किसके हिस्से में आएगी
ज़मीन में दबी हुई सुरंग ???
मौत उसी जगह
उसी दिन
उसी समय आएगी
जहां तय होगी
तय न हो तो
ठोकर भी नहीं लगती पांव में !
फिर यह सुरक्षा किसलिए, जहांपनाह ?
किसका भय है शाहे-आलम
किसके नाम से थर-थर कांप रहे हो
तुम, ता ना शा ह !!!!
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल
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कि बंदूक़ से निकली गोली
किसकी जान लेगी
खेत में छुपा हुआ सांप
किसको डसेगा
खूंटे से छूटा हुआ पागल सांड़
किसको रौंदेगा
रैबीज़ से परेशान
आवारा पागल कुत्ता
किसको काटेगा
किसके हिस्से में आएगी
ज़मीन में दबी हुई सुरंग ???
मौत उसी जगह
उसी दिन
उसी समय आएगी
जहां तय होगी
तय न हो तो
ठोकर भी नहीं लगती पांव में !
फिर यह सुरक्षा किसलिए, जहांपनाह ?
किसका भय है शाहे-आलम
किसके नाम से थर-थर कांप रहे हो
तुम, ता ना शा ह !!!!
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल
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