साझी धरती
सुरेश स्वप्निल की प्रकाशित, अप्रकाशित हिन्दी कविताओं का संग्रह्
शनिवार, 14 सितंबर 2013
बहुत लम्बी कविता …
शून्य
शून्य
शून्य….
यही मेरी नियति है
मैं हिंदी हूं
तुम्हारी मातृ-भाषा !
( 2013 )
-सुरेश स्वप्निल
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